राजनीति

अरविंदर सिंह लवली के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर अपने प्रहार तेज कर दिए, AAP के कंट्रोल में है कांग्रेस

नई दिल्ली
देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस बीच अरविंदर सिंह लवली के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर अपने प्रहार तेज कर दिए हैं। लवली ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ने के बाद यह भी कहा था कि कांग्रेस पार्टी पर आम आदमी पार्टी का नियंत्रण है। अब कुछ वक्त पहले कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले एक और नेता ने लवली की बात पर मुहर लगाई है। भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने अरविंदर सिंह लवली का समर्थन करते हुए कांग्रेस पर आप के नियंत्रण की बात को सही बताते हुए तीखे सवाल भी पूछे हैं। कभी कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी के साथ जाने वाले रोहन गुप्ता ने कहा है कि गुजरात में कांग्रेस खराब हालत में है क्योंकि आम आदमी पार्टी ने उनके 10-12 फीसदी वोट ले लिए हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ा था उस वक्त भी यह बड़ा मुद्दा था।

अहमदाबाद में मीडिया से बातचीत में रोहन गुप्ता ने कहा, 'मैं बिल्कुल इस बात से सहमत हूं क्योंकि जब मैंने भी पार्टी से इस्तीफा दिया था तब यह एक बड़ा मुद्दा था। आम आदमी पार्टी ने गुजरात में कांग्रेस को 10-12 प्रतिशत वोट का नुकसान पहुंचाया। इसलिए कांग्रेस का बुरा हाल हुआ। फिर भी कांग्रेस के सलाहकार यह बात नहीं समझ रहे हैं कि वो आम आदमी पार्टी को जितना आगे बढ़ा रहे हैं उससे कांग्रेस उतनी ही पीछे जा रही है। जैसे ही चुनाव खत्म होगा आम आदमी पार्टी कांग्रेस को गालियां देना शुरू कर देगी। जहां तक दिल्ली की बात है तो जहां पर शीला दीक्षित जैसी नेता को आम आदमी पार्टी ने कोसा और उनको बुरा-भला कहकर उनकी तौहीन की आज उसी आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कांग्रेस की ऐसी कौन सी मजबूरी है कि उन्होने उनके साथ गठबंधन कर लिया है?'

रोहन गुप्ता ने आगे कहा, 'कांग्रेस पार्टी पर आम आदमी पार्टी का नियंत्रण है यह बात अरविंदर सिंह लवली ने कही थी। यह बात मैं इसलिए मान रहा हूं क्योंकि जब ये गठबंधन की बात चल रही थी तब उन्होंने कांग्रेस को एक सीट देने का वादा किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने तीन सीट कांग्रेस को दी लेकिन इनमें से दो सीटों पर उम्मीदवार उन्होंने (AAP) अपने हिसाब से चुने। कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज नहीं सुनती है। कांग्रेस पार्टी और उनके सलाहकारों को यह बात समझना पड़ेगा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं की दिल की बात नहीं सुनी। जब आप के खिलाफ आंदोलन करना था तब आपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को आगे कर दिया और अब आप कांग्रेस पार्टी के उन्हीं कार्यकर्ताओं को आप के लए वोट देने को कह रहे हैं। किस मुंह से वो जनता के पास जाएंगे?'

पंजाब में गठबंधन क्यों नहीं?
जिस दिल्ली के केजरीवाल मॉडल के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने सबसे पहले बात की आज उन्हीं के साथ उनको जाना पड़ रहा है। विचारधारा के साथ एक स्तर तक ही कॉम्प्रोमाइज किया जा सकता है। पंजाब में आपने क्यों नहीं किया? अगर आप पंजाब में गठबंधन नहीं करते तो दूसरी जगह पर क्यों? कांग्रेस का कोई नेता पंजाब जाता है तो उसे आप को गाली देने के लिए कहा जाता है लेकिन जब वहीं कार्यकर्ता दिल्ली आता है तो उसे आप के साथ घूमने के लिए कहा जाता है। इतना बड़ा विरोधाभास क्यों?

अरविंदर सिंह लवली ने क्या कहा…
आपको बात दें कि अरविंदर सिंह लवली ने कहा था 'एक हफ्ते पहले मैंने कांग्रेस पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। आज एक हफ्ता हो गया है लेकिन जो भी बातें हमने पार्टी को कही थी उसपर कांग्रेस ने गौर नहीं किया। लगातार वो मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। हमने देख लिया कि यह पार्टी कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। सभी लोगों ने यह फैसला किया कि हमें भी घर में नहीं बैठना है। मैंने 18 साल में कांग्रेस ज्वाइन किया था। उस वक्त इंदिरा गांधी का भाषण हमें सुनाया जाता था। वो कहती थीं कि हम खून  का कतरा-कतरा देश के लिए देंगे। आज कांग्रेस पार्टी कतरा-कतरा से टुकड़े-टुकड़े पर आ गई है। कांग्रेस पार्टी पर आम आदमी पार्टी का दबाव और कंट्रोल ज्यादा है।

 

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