बंगाली समाज ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ खोला मोर्चा
रायपुर
छत्तीसगढ़ बंगाली समाज ने कांग्रेस विधायक अनूप नाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है,समाज को लेकर दिए गए बयान से समाज नाराज है और एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने समाज की ओर से चेतावनी देते हुए चुनाव में बहिष्कार की चेतावनी तक दे डाली है। वहीं उन्होने इस बात को लेकर भी नाराजगी जाहिर की है कि बंगाली बाहुल्य क्षेत्र में बंगला भाषा की कक्षा प्रारंभ करने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी जिसकी फाइल अधिकारियो ने दबा दी है। यदि चुनाव से पहले यह क्रियान्वित नहीं हुआ तो बस्तर से लेकर सरगुजा तक चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा जिसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ेगा।
छत्तीसगढ़ बंगाली एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण भद्रा,सचिव देवाशीष राय व नमोशुद्र कल्याण समिति के अध्यक्ष मनमथ विश्वास ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में कहा कि जिस बंगाली समुदाय के वोट से अनूप नाग अंतागढ़ से विधायक चुने गए और वहीं कह रहे हैं कि बंगाली समुदाय जिसे किसी देश ने स्वीकार नहीं किया उन्हे भारत ने स्वीकार किया। क्या भारतवासी बंगाली हिंदू अपने देश में शरण नहीं लेंगे, तो क्या दूसरे राष्ट्र जायेंगे। कहीं न कहीं 60 वर्षों से बसे बंगाली समाज व आदिवासी समाज में तकरार व माहौल खराब करने का कुंठित प्रयास है,जिसकी समाज कड़ी निंदा करती है। उन्होने विधायक वृहस्पति सिंह को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि बलरामपुर,रामानुजगंज जैसे इलाको में हजारों की संख्या में बंगाली परिवार राजघराना के संरक्षण में रह रहे हैं,उन्ही राजपरिवार के खिलाफ वृहस्पति सिंह आरोप लगाते हैं इससे भी समाज में नाराजगी है।
वहीं मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बावजूद कि जिस इलाके में बंगाली समाज की बाहुलता है वहां बंगला भाषा की कक्षा शुरू की जाए,शासकीय अधिकारियों ने फाइल दबा कर रख दी है। चुनाव पूर्व यदि यह अमल मेंं नहीं आता है तो बंगाली समाज चुनाव का बहिष्कार करेगा और इसका नुकसान सीधे तौर पर कांग्रेस को होगा। बंगाली नमोशुद्र जाति का प्रकरण राज्य शासन ने अनुशंसा कर केन्द्र को भेज दिया है जिसे केन्द्र सरकार की ओर से पूरा नहीं किया जा रहा है,इसे तत्काल किया जाना चाहिए। बंगला भाषा में शिक्षा संबंधी विषय को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा व शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे को अवगतर कराया जायेगा।