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DMCH की बड़ी कामयाबीः दरभंगा में नई दवा और वैक्सीन पर होगा रिसर्च, आईसीएमआर ने दी हरी झंडी

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बिहार के चिकित्सा जगत ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। दरभंगा मेडिकल कॉलेज में अब छात्र केवल शोध कार्य ही नहीं करेंगे, बल्कि विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए नई दवा और वैक्सीन का ट्रायल भी होगा। आईसीएमआर ने कॉलेज की एथिकल कमेटी के रजिस्ट्रेशन को हरी झंडी दे दी है। इस उपलब्धि से चिकित्सकों और छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

इसके साथ ही बिहार में आईजीआईएमएस और एम्स के अलावा नई दवा पर रिसर्च के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज आईसीएमआर की ओर से स्वीकृति प्राप्त करने वाला सूबे का पहला मेडिकल कॉलेज बन गया है। आईसीएमआर की ओर से प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा को भेजा गया पत्र शनिवार को मिलने के बाद जब इसकी घोषणा की गई तो हॉस्पिटल से लेकर मेडिकल कॉलेज तक जश्न का माहौल बन गया। यहां के सभी डॉक्टर और मेडिकल छात्र छात्राएं इस फैसले से काफी रोमांचित हैं।

DMCH के प्रिंसिपल डॉ. केएन मिश्रा ने बताया कि  एथिकल कमेटी को मान्यता प्राप्त हो जाने से कॉलेज में शोध का दायरा काफी बढ़ गया है। आईसीएमआर की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों की जिम्मेदारी भी काफी बढ़ गई है। अब हम सबों को मन लगाकर और तत्परता के साथ काम करना पड़ेगा।

जानकारी हो कि  कि एथिकल कमेटी में केवल चिकित्सकों को शामिल नहीं किया गया है बल्कि उसमें अधिवक्ता, साइंटिस्ट, शिक्षाविद आदि को भी जगह दी गई है। प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा ने एथिकल कमेटी को मान्यता मिलने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि रिसर्च का दायरा बढ़ाकर हम पर भरोसा किया गया है। आईसीएमआर की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

 

Aakash

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