राजनीति

गुजरात में भी कांग्रेस को लगा झटका, अर्जुन मोढवाडिया ने पार्टी और विधायकी से दिया इस्तीफा

पोरबंदर
लोकसभा चुनाव को लेकर INDIA गठबंधन के साथ तैयारियों में जुटी कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं. पार्टी को ताजा झटका गुजरात में लगा है, जहां पोरबंदर से से विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने विधायकी और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने सोमवार को गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को इस्तीफा सौंप दिया है.

जानकारी के मुताबिक अब अर्जुन मोढवाडिया अगले कुछ दिनों में बीजेपी में शामिल होंगे. वहीं आगामी लोकसभा चुनाव के साथ होने वाले विधानसभा उपचुनाव में वह बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव भी लड़ेंगे. मोढवाडिया पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं और 2 बार विधायक रह चुके हैं. तीसरी बार वह कांग्रेस के ही टिकट पर 2022 मे जीते थे.

मोढवाडिया ने अपने इस्तीफे के पीछे कांग्रेस द्वारा राम मंदिर का न्योता ठुकराए जाना बताया है. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया है. इसमें उन्होंने राम मंदिर के न्योते को ठुकराने की बात का उल्लेख किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने न्योता ठुकराकर भगवान राम का अपमान किया है. राहुल गांधी ने असम में जिस तरह से व्यवहार किया, उससे भारत की जनता का अपमान हुआ.

जनवरी में भी एक विधायक ने दे दिया था इस्तीफा

बता दें कि इसी साल जनवरी में भी कांग्रेस के एक सीनियर विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. तब सीजे चावड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. चावड़ा वीजापुर सीट से विधायक थे. उनसे पहले खंभात सीट से विधायक चिराग पटेल ने कांग्रेस छोड़ी थी. सीजे चावड़ा 2019 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह के खिलाफ गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. सीजे चावड़ा को पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह बाघेला का करीबी भी माना जाता है. कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं, लेकिन अब तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में पार्टी के 14 विधायक रह गए हैं.

कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने भी पार्टी छोड़ी
दूसरी ओर, लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दल कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वह मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे. उनके इस्तीफे की घोषणा से ठीक पहले, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने संवाददाताओं से कहा कि रविवार रात हुई एक बैठक के दौरान पार्टी की अनुशासनात्मक समिति ने डेर को पार्टी के सभी पदों और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निलंबित कर दिया. गोहिल ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई.

डेर ने 2017 से 2022 तक कांग्रेस विधायक के रूप में अमरेली जिले की राजुला सीट का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने राज्य के मंत्री पुरषोत्तम सोलंकी के छोटे भाई और भाजपा नेता हीरा सोलंकी को हराया था. गुजरात में 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले, डेर को कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था और हीरा सोलंकी से हारने के बावजूद वह इस पद पर बने रहे.

 

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