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क्रिकेटर सौरभ नेत्रवलकर अमेरिका में नौकरी के लिए गए और वहीं के होकर रह गए, आज मैच में दिल की सुनेंगे या धर्म की?

नई दिल्ली
भारतीय मूल के क्रिकेटर सौरभ नेत्रवलकर अमेरिका में नौकरी के लिए गए और वहीं के होकर रह गए। वे अब वहां की नेशनल क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। टी20 विश्व कप 2024 में वे पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका को सुपर ओवर में जीत दिलाकर हीरो बन चुके हैं। अब उनका सामना टीम इंडिया से होगा तो क्या उनका दिल भारत के लिए धड़केगा? क्या उनके भी दिमाग में यही चल रहा होगा कि…फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी'? अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं।

सौरभ नेत्रवलकर जब आज यानी 12 जून को टी20 विश्व कप 2024 के मैच में अमेरिका की क्रिकेट टीम की तरफ से भारत के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे तो उनके दिमाग में कई सवाल होंगे। नेत्रवलकर के लिए टीम इंडिया के खिलाफ खेलना आसान नहीं होगा। इसके पीछे का कारण ये है कि वे भारत के लिए अंडर 19 और घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं। यहां तक कि कुछ खिलाड़ी भारत की मौजूदा टीम में हैं, जिनके साथ वे भारत में घरेलू क्रिकेट खेले हैं। यही कारण है कि धर्म और दिल के बीच एक द्वंद सौरभ नेत्रवलकर के दिमाग में होगा। हालांकि, वे इसके लिए तैयार हैं, लेकिन भावुक हैं।

दरअसल, इंडिया वर्सेस यूएसए मैच से पहले सौरभ नेत्रवलकर ने कहा, "ये मेरे लिए बहुत ही भावुक पल होगा। मैं जूनियर क्रिकेट में भारत के लिए खेल चुका हूं। भारतीय टीम में अभी कई खिलाड़ी हैं, जिनके साथ में मैं बचपन में खेल चुका हूं। मैं उनके लिए भी बहुत खुश हूं कि जिस तरह से उन्होंने घरेलू क्रिकेट से भारतीय टीम की यात्रा की है। अमेरिका के लिए खेलना मेरा कर्म है और मैं अपना कर्म करूंगा। टीम के लिए बेस्ट देना मेरा धर्म है, मैं उसे निभाऊंगा और वैसा ही करूंगा।"

सौरभ का सामना भारतीय बल्लेबाज कैसे करेंगे, ये देखना भी दिलचस्प होगा, क्योंकि उन्होंने डलास में पाकिस्तान के बल्लेबाजों को परेशान किया था और न्यूयॉर्क की पिच तो वैसे भी बल्लेबाजों के लिए काल बनी हुई है तो मुकाबला दिलचस्प होगा। डलास में खेले गए मैच में सौरभ ने 4 ओवर में 18 रन देकर 2 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा सुपर ओवर में उन्होंने 18 रन डिफेंड भी किए थे। सौरभ काफी समय से अमेरिका की टीम के लिए खेल रहे हैं, लेकिन भारत के खिलाफ यूएसए की टीम पहली बार मुकाबला खेलेगी।

 

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