छत्तीसगढ़

नई पीढ़ी को न्यायसंगत शिक्षा प्रदान करने में निजी विद्यालयों के शिक्षकों की महती भूमिका : डा. महंत

रायपुर

फेडरेशन ऑफ एजुकेशनल सोसायटीज् छत्तीसगढ़ एवं अशासकीय प्राचार्य मंच के संयुक्त तत्वाधान में आज रंग मंदिर गांधी चौक में  आयोजित गरिमामय समारोह में अशासकीय अनुदानित एवं निजी शालाओं के सेवानिवृत एवं कार्यरत वरिष्ठ लगभग 200 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डा.चरणदास महंत ने कहा कि समाज में निजी विद्यालयों के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है,उन्होंने आज की नई पीढ़ी को विधिवत न्याय संगत ज्ञान प्रदान करने पर प्रबल दिया। वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने मंच से ही उनकी कर्मठता को साधुवाद किया।

श्री महंत ने आज के शैक्षणिक परिवेश में निजी विद्यालयों व उनके शिक्षकों की भूमिका को सराहते हुए कहा कि समाज में निजी विद्यालयों के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है,उन्होंने आज की नई पीढ़ी को विधिवत न्याय संगत ज्ञान प्रदान करने पर प्रबल दिया। अच्छे-बुरे की पहचान दिलाई और उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद भी समाज के प्रति अपने दायित्वयों को कैसे निवर्हन करें पाठ पढ़ाया। उनके सम्मान से पूरा शैक्षणिक जगत सम्मानित हुआ। इस अवसर पर राजेश्री डॉक्टर महंत रामसुंदर दास ने अपने उद्बोधन में गुरु की महिमा का वर्णन किया तथा गुरुओं की समाज में स्थान और उनके नेतृत्व शैली का बखान किया। कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा ने छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा से छात्रों को अवगत कराने हेतु शिक्षकों से अपील की तथा उनकी कर्मठता को साधुवाद किया ।

कार्यक्रम के दौरान अध्यक्षीय उद्बोधन में फेडरेशन के अध्यक्ष अजय तिवारी  ने इस कार्यक्रम के आयोजन का महत्व व  परंपरा की जानकारी दी तथा यह भी जानकारी दी कि पिछले 30 वर्षों से फेडरेशन इस तरह की कार्यक्रम आयोजन करते आ रहा है। कार्यकारी अध्यक्ष डॉ सुरेश शुक्ला ने सम्मानित होने वाले शिक्षकों को बधाई दी एवं उनके समर्पण की प्रशंसा की।

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