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गुड न्यूज: इलाज को आने वाले मरीजों के लिए सफदरजंग अस्पताल में 25 सितंबर से शुरू होगी शाम की ओपीडी

नई दिल्ली

राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर है। अस्पताल प्रशासन मरीजों के लिए जल्द ही शाम की ओपीडी यानि स्क्रीनिंग ओपीडी शुरू करने जा रहा है। नियमित ओपीडी और इमरजेंसी में मरीजों के बढ़ते बोझ के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा भविष्य में अस्पताल में डॉग बाइट क्लीनिक का भी विस्तार किया जाएगा। साथ ही मरीजों के लिए ब्लड जांच कराने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की योजना है।

अस्पताल की भविष्य की कार्ययोजना को लेकर शनिवार को चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वंदना तलवार ने मीडिया को जानकारी दी। डॉ. वंदना तलवार ने बताया कि 25 सितंबर को स्क्रीनिंग ओपीडी का उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद 1 अक्टूबर से मरीज शाम को भी ओपीडी में अपना चेकअप करा सकेंगे। परिसर में स्थित मेक शिफ्ट अस्पताल में इस ओपीडी को तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए मरीज सुबह साढ़े 11 बजे से लेकर शाम साढ़े 5 बजे तक रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। मरीजों को डॉक्टर दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक देखेंगे।

फिलहाल तीन विभाग : अभी फिलहाल शाम के समय तीन विभागों की ओपीडी लगेगी, जिसमें मेडिसिन, बाल रोग विभाग और सर्जरी विभाग शामिल हैं। नियमित ओपीडी के बोझ को कम करने के लिए यह कदम उठाया है। शाम की ओपीडी का यह पहला चरण होगा।

ब्लड जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा : डॉ. वंदना तलवार ने बताया कि अभी मरीजों को ब्लड जांच कराने के लिए कई विभागों में जाना पड़ता है। इस परेशानी को भी खत्म किया जाएगा। इसके लिए एक ही इमारत में सभी विभागों की रक्त जांच की व्यवस्था की जाएगी।

अतिक्रमण से अस्पताल प्रशासन परेशान : डॉ. वंदना तलवार ने कहा कि जी-20 समिट के समय अस्पताल के बाहर से अतिक्रमण हट गया था, लेकिन अब दोबारा से पहले जैसी स्थिति हो गई है। नगर निगम सेे अतिक्रमण हटाने की मांग की जाएगी।

मशीन के लिए बंकर बनाया जाएगा
कैंसर मरीजों को रेडियोथैरेपी देने के लिए अस्पताल द्वारा लीनियर एस्केलेटर मशीन की खरीद को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं। मशीन के लिए एक बंकर तैयार किया जाएगा, ताकि रेडिएशन फैले ना। इसके अलावा सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में प्राइवेट ओपीडी को भी सुविधाजनक बनाया जाएगा।

डॉग बाइट क्लीनिक का विस्तार
भविष्य में अस्पताल के डॉग बाइट क्लीनिक का भी विस्तार किया जाएगा। अभी इमरजेंसी में ही मरीजों को एंटी रैबीज का पहला टीका लगता है। बाकी के टीके लगवाने के लिए भूतल पर स्थित ओपीडी में काफी भीड़ रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए नई इमारत में डॉग बाइट क्लीनिक बनाया जाएगा। अभी अस्पताल में रोजाना कुत्ते से काटने के मामलों में टीकाकरण के लिए 250-300 मरीज पहुंचते हैं।

 

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