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दुनिया में बढ़ेगा भारत का दबदबा, 77% लोगों को भरोसा; क्या कहता है सर्वे

नई दिल्ली
 अर्थव्यवस्था से लेकर अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश ने कई नई उपलब्धियां हासिल की हैं। इससे दुनियाभर में भारत का दबदबा बढ़ रहा है। एक सर्वे में 77 फीसदी भारतीयों ने भी भरोसा जताया कि दुनिया में देश का दबदबा और बढ़ेगा। वर्ष 2027 तक भारत में अधिकतर लोग विकास और समृद्धि हासिल कर लेंगे।

लोकल सर्कल के सर्वे के मुताबिक, अधिकतर लोगों ने कहा कि अगले चार वर्षों में देश और तरक्की करेगा। हालांकि, रिश्वत और भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर लोगों में मन में संशय बना हुआ है। रोजगार और आजीविका के अवसरों पर भी चिंता जताई है।

सर्वे में शामिल 18 फीसदी लोगों ने कहा कि आर्थिक वृद्धि को गति देना अगले चार साल की प्रमुख चुनौतियों में एक है। जबकि 80वें स्वतंत्रता दिवस तक भ्रष्टाचार, सामाजिक स्थिरता, महिला और बाल सुरक्षा चिंता के विषय बने रहेंगे। देशभर से 92 हजार लोगों की प्रतिक्रिया पर ये रिपोर्ट तैयार की गई है।

भारत वर्ष 2027 में स्वतंत्रता के 80 वर्ष पूरे कर लेगा। वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अगले चार साल में दुनिया में भारत का दबदबा बढ़ेगा?
11,738 लोगों की प्रतिक्रियाएं
-77% ने कहा, दबदबा बढ़ेगा
-14% ने कहा, वर्तमान जैसी रहेगी स्थिति
-04% ने कहा, दबदबा घटेगा
-05% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए चार वर्षों में देश के विकास और समृद्धि को कैसे देखते हैं?
10,860 लोगों ने दिया जवाब
– 16% ने कहा, सभी लोगों के लिए विकास और समृद्धि
– 39% ने कहा, अधिकतर लोगों के लिए विकास और समृद्धि
– 41% ने कहा, कुछ ही लोगों के लिए विकास और समृद्धि
– 04% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अगले चार वर्षों में भारत में पर्याप्त रोजगार, आजीविका और उद्यमशीलता के अवसर पैदा होंगे।
11,196 लोगों ने दिया जवाब

– 33% ने कहा, रोजगार और उद्यमशीलता के बहुत से अवसर पैदा होंगे
– 47% ने कहा, रोजगार के कुछ ही नए अवसर उपलब्ध होंगे
– 03% ने कहा, रोजगार और उद्यमशीलता के नए अवसर पैदा नहीं हो सकेंगे
– 10% ने कहा, रोजगार में कमी देखने को मिलेगी
– 07% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अगले चार वर्षों में भारत में रिश्वत और भ्रष्टाचार की स्थिति बदल जाएगी?
11,881 लोगों ने जवाब दिया

– 37% ने कहा, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी घटेगी
– 38% ने कहा, मौजूदा स्थिति बरकरार रहेगी
– 22% ने कहा, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी बढ़ेगी
– 03% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अगले चार वर्षों में भारत की सामाजिक स्थिरता (विभिन्न जाति, धर्म के नागरिकों की एक-दूसरे के साथ सद्भाव और शांति से रहने की क्षमता) को कैसे बदलते हुए देखते हैं?
11,590 लोगों ने जवाब दिया

– 45% ने कहा, सामाजिक स्थिरता बेहतर होगी
– 31% ने कहा, मौजूदा स्थिति बरकरार रहेगी
– 24% ने कहा, सामाजिक स्थिरता खराब होगी

वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अगले चार वर्षों में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा कैसी होगी?
11,132 लोगों ने दिया जवाब

– 52% ने कहा, सुरक्षा बेहतर होगी
– 27% ने कहा, मौजूदा स्थिति बरकरार रहेगी
– 17% ने कहा, सुरक्षा स्थिति बदतर होगी
– 04% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अगले चार वर्षों में कोविड महामारी की स्थिति बदलेगी?
11,326 लोगों ने दिया जवाब

– 06% ने कहा, महामारी की स्थिति बरकरार रहेगी और संक्रमण के कारण आबादी का एक बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य समस्याओं से जूझेगा
– 21% ने कहा, महामारी की स्थिति बरकरार रहेगी और संक्रमण के कारण आबादी का एक छोटा हिस्सा स्वास्थ्य समस्याओं से जूझेगा
– 53% ने कहा, वायरस बना रहेगा लेकिन अधिकतर लोग इसके खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता हासिल कर लेंगे
– 12% ने कहा, अगले चार वर्षों में वायरस खत्म हो जाएगा
– 08% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

अगले चार वर्षों में क्या चुनौतियां सामने आएंगी?
12,282 लोगों ने दिया जवाब

– 03% ने कहा, कोविड से निपटना और जनसंख्या पर इसके बाद के प्रभाव
– 40% ने कहा, पर्याप्त रोजगार और जीविका के अवसर पैदा करना
– 18% ने कहा, आर्थिक विकास को गति देना
– 14% ने कहा, साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखना
– 08% ने कहा, बढ़ती महंगाई को नियंत्रण में रखना
– 07% ने कहा, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से निपटना
– 04% ने कहा, आतंकवाद
– 02% ने कहा, अन्य मुद्दे
– 04% ने कहा, कुछ कह नहीं सकते

 

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