व्यापार

वैश्विक आर्थिक परिदृश्य एवं आईआईपी आंकड़ों पर रहेगी बाजार की नजर

मुंबई
विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर मझौली और छोटी कंपनियों में हुई जबरदस्त लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह मजबूती पर रहे घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह वैश्विक आर्थिक परिदृश्य एवं भारत और चीन के जारी होने वाले औद्योगिक उत्पादन आंकड़ों पर नजर रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 299.42 अंक अर्थात 0.4 प्रतिशत की बढ़त के साथ सप्ताहांत पर ऊंचाई के नये शिखर 76992.77 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 175.45 अंक यानी 0.8 प्रतिशत चढ़कर 23465.60 अंक के नये रिकॉर्ड स्तर पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में हुई दमदार लिवाली ने बाजार को सम्भाले रखा। मिडकैप 1947.32 अंक अर्थात 4.4 प्रतिशत उछलकर सप्ताहांत पर 46058.76 अंक हो गया। इसी तरह स्मॉलकैप 2468.44 अंक यानी 5.06 प्रतिशत की छलांग लगाकर 51199.99 अंक के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार, बीते सप्ताह घरेलू बाजार में मामूली बढ़त रही। हालांकि नए संकेतों के अभाव के कारण इसमें अस्थायी गिरावट आई। फिर भी, विकास-आधारित शेयरों के प्रति धारणा फिर से बेहतर होने की बदौलत मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया।
इस बीच अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिज़र्व की एफओएमसी बैठक का परिणाम सकारात्मक रहा। बाजार की उम्मीदें कैलेंडर वर्ष 2024 में ब्याज दर में दो बार की कटौती से बदलकर केवल एक रह गई हैं। हालांकि, अमेरिकी मुद्रास्फीति की स्थिरता से कुछ राहत मिली। साथ ही घरेलू खुदरा महंगाई में धीरे-धीरे गिरावट का संकेत देता है।
वहीं, सामान्य मानसून की उम्मीद को देखते हुए मुद्रास्फीति लक्ष्य की ओर अंतिम कदम अभी भी कठिन बना हुआ है लेकिन निवेशकों को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक ब्याज दरों को आसान बनाने के करीब है। पिछले सप्ताह आईटी क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन के बाद दिग्गज शेयरों और एफएमसीजी में बिकवाली का दबाव रहा। हालांकि इस सप्ताह अन्य सभी क्षेत्रों ने सकारात्मक प्रदर्शन बनाए रखा, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी व्यय घोषणाओं के आधार पर रियल एस्टेट ने बेहतर प्रदर्शन किया।
वित्तीय निवेश सलाह देने वाली कंपनी जीओजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बताया कि अगले सप्ताह में भारत और चीन से औद्योगिक उत्पादन तथा यूरोजोन की महंगाई के आंकड़े जारी होने वाले है। अगले सप्ताह इन आंकड़ों पर बाजार की नजर रहेगी।
बीते सप्ताह घरेलू बाजार में दो तीन बढ़त जबकि दो दिन गिरावट रही। विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर आईटी और टेक समेत छह समूहों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 203.28 अंक की गिरावट के साथ 76,490.08 अंक और निफ्टी 30.95 अंक फिसलकर 23,259.20 अंक पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों की गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर रिलायंस, एक्सिस बैंक, आईसीआईआई बैंक और इंफ़ोसिस समेत चौदह दिग्गज कंपनियों में हुई बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 33.49 अंक फिसलकर 76,456.59 अंक रह गया। वहीं, निफ्टी 5.65 अंक मामूली बढ़त के साथ 23,264.85 अंक पर रहा।
अमेरिका में महंगाई के आंकड़े आने से पहले विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, इंडस्ट्रियल्स, यूटिलिटीज, कैपिटल गुड्स और पावर समेत अठारह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत बुधवार को सेंसेक्स 149.98 अंक उछलकर 76,606.57 अंक और निफ्टी 58.10 अंक चढ़कर 23,322.95 अंक पर बंद हुआ।
विश्व बाजार के नकारात्मक रुझान के बावजूद स्थानीय स्तर पर कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रियल्टी, इंडस्ट्रियल्स और आईटी समेत पंद्रह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत गुरुवार को सेंसेक्स 204.33 अंक उछलकर एक बार फिर 76,810.90 अंक और निफ्टी 75.95 अंक चढ़कर 23,398.90 अंक पर पहुंच गया। विदेशी बाजारों के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर इंडस्ट्रियल्स, दूरसंचार, ऑटो, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समेत अठारह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत शुक्रवार को सेंसेक्स 181.87 अंक उछलकर 76,992.77 अंक और निफ्टी 66.70 अंक चढ़कर 23,465.60 अंक पर बंद हुआ।

 

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