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नीट यूजी का पेपर नई नवेली सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा, ऐक्शन में CBI, जांच संभालते ही दर्ज की FIR

नई दिल्ली
नीट यूजी का पेपर नई नवेली सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। पहले नीट यूजी के पेपर के लीक होने की बातें सामने आई फिर उसके बाद लगातार उस पेपर की प्रक्रिया में हुई अनियमितताएं सामने आ रही हैं। कल नीट पी.जी. के पेपर को भी रद्द कर दिया गया है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आज सीबीआई के सूत्रों से पता चला है कि CBI ने नीट यूजी के पेपर में हुई अनियमितताओं के चलते केस दर्ज कर लिया है। अब सीबीआई इस मामले की जांच करेगी।

केंद्र सरकार ने कल ही सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपी थी। इस घोषणा के एक दिन बाद ही एजेंसी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी किए गए संदर्भ के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक नया मामला दर्ज कर लिया है। करीब 24 लाख छात्रों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी है। उन्होंने बताया कि कथित अनियमितताओं की जांच के लिए कई शहरों में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग मंत्रालय को माननी पड़ी। शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "पांच मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं, धोखाधड़ी और कदाचार के कुछ मामले सामने आए हैं। इन मामलों के आधार पर और पेपर की प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपी गई है।"

आपको बता दें कि 5 मई को हुए नीट यूजी के पेपर में करीब 15 सौ से ज्यादा छात्रों को बिना ग्रेस मार्क्स दे दिए गए और उनमें से कई टॉपरों के सामने आने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया था। उसके बाद एक-एक करके इस मामले की परतें खुलती गई और यह मामला केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और सरकार के लिए गले की फांस बन गया। देश भर में छात्रों के बीच में इसे लेकर आक्रोश है। हाल ही में नेट की परीक्षा को भी यह कहकर रद्द कर दिया गया कि पेपर लीक हो सकता है, जबकि कल ही नीट पी.जी. के पेपर को एनटीए की तरफ से पेपर होने के कुछ ही घंटे पहले रद्द कर दिया गया।

 

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