मध्यप्रदेश

प्रदेश में रात में सिहरन बरकरार, आठ शहरों में पारा 15 डिग्री से नीचे

भोपाल.
वर्तमान में उत्तर भारत में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मध्य प्रदेश में एक प्रति चक्रवात बना रहने से हवाओं का रुख भी बार-बार बदल रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में हवाओं का रुख दक्षिण-पूर्वी बना रहने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। शनिवार को सबसे अधिक 34 डिग्री सेल्सियस तापमान टीकमगढ़ में दर्ज किया गया था। उधर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को प्रदेश में सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस तापमान छिंदवाड़ा में दर्ज किया गया। छिंदवाड़ा सहित आठ शहरों रायसेन, राजगढ़, बैतूल, उमरिया, मलाजखंड, मंडला, खंडवा में रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 12.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा।

मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी प्रकाश धावले ने बताया कि हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। रात के समय बीच-बीच में उत्तरी हवा चलने से कभी-कभी रात के तापमान में कुछ गिरावट हो जाती है। रविवार को फिर हवाएं दक्षिण-पूर्वी चलने लगी हैं। इस वजह से तापमान में फिर बढ़ोतरी होने लगी है।

प्रति-चक्रवात का असर
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले तीन दिनों सें मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। इस वजह से दिन-रात के तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी चार-पांच दिन तक बना रह सकता है। उधर सात नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। उसके प्रभाव से मौसम में कुछ बदलाव आ सकता है।

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