बिहार

सिमरिया फाटक क्यों बना परेशानी की वजह, रेल मंत्री से जनता लगा रही गुहार, जानें क्या है माजरा?

सिमरिया धाम
पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए आम लोगों की समस्याओं को नजरंदाज कर रहा है। कसहा-चकिया गांव के समीप हाथीदह-बरौनी रेल मार्ग से अधिक संख्या में मालवाहक व पैसेंजर ट्रेनों को गुजरने से सोनपुर रेल मंडल के सिमरिया दक्षिण रेलवे केबिन वन एनबी का फाटक अधिकतर समय बंद ही रहता है। इससे दर्जनों गांव के लाखों लोगों की आबादी रोजाना प्रभावित हो रही है। रेलवे द्वारा आरओबी निर्माण को लेकर इस मामले में अभी तक कोई पहल शुरू नहीं की गई है।

24 में 13 घंटे बंद रहता है सिमरिया फाटक 

सिमरिया दक्षिण रेलवे केबिन से होकर रोजाना 110 से 115 ट्रेनों का आवागमन होता है। इसमें बरौनी एनटीपीसी की चार से पांच कोयला रैक भी शामिल हैं। एनटीपीसी की पांच कोयला रैक को आवागमन कराने में सिमरिया दक्षिण रेलवे केबिन पर 30 से 35 बार रेलवे फाटक को बंद करना पड़ता है। इससे 24 घंटे में तकरीबन 14 से 15 घंटे तक रेलवे फाटक बंद ही रहता है। ग्रामीण प्रिय रंजन उर्फ मोनी ने बताया कि जनवरी 2023 में दिनकर ग्राम सिमरिया स्टेशन के पास हुई एनआईए वर्क व यार्ड निर्माण के बाद से समस्याएं गंभीर हो गई है।

मालवाहक ट्रेनों की संख्या बढ़ने से परेशानी
राजेन्द्र सेतु पर एक ही रेल ट्रैक रहने से हो रही समस्याओं को देखते हुए इस रूट से अधिक संख्या में मालवाहक ट्रेनों के आवागमन के लिए पैसेंजर ट्रेनों को बंद करने या रूट बदलने की योजना रेलवे बना रहा है। इसको लेकर सोनपुर व दानापुर रेल मंडल के अधिकारियों ने पिछले दिनों यहां का दौरा भी किया था। बरौनी-दानापुर मेमू पैसेंजर स्पेशल बंद कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार इस रूट से गुजरने वाली आधा दर्जन रोजाना व साप्ताहिक अप-डॉउन ट्रेनों के रूट को बदलने की योजना पर मंथन चल रहा है।

समाजसेवी राम अनुग्रह शर्मा ने कहा कि ऐसी स्थिति में एक ओर बेगूसराय के लोग पैसेंजर ट्रेनों की सुविधाओं महरूम हो जाएंगे तो दूसरी ओर इस रूट पर मालवाहक ट्रेनों की संख्या बढ़ने से सिमरिया दक्षिण रेलवे केबिन पर फाटक बंद रहने की समस्याएं और गंभीर हो जाएगी। उन्होंने इस मामले में रेलमंत्री व स्थानीय सांसद उचित कदम उठाने की गुहार लगाई है।

 

Aakash

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